शतावरी घृत का सेवन शरीर के लिए किस तरह फायदेमंद होता है?
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शतावरी घृत, आयुर्वेद की एक प्राचीन और सम्मानित औषधि है, जो विशेषकर महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण में अपने अनेकों फायदों के लिए जानी जाती है। यह औषधि शतावरी नामक पौधे की जड़ों से निर्मित होती है और इसे आयुर्वेद में ‘रसायन’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जो कि एक टॉनिक होता है जो शरीर को भीतर से पोषित करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। शतावरी, जिसका वैज्ञानिक नाम Asparagus racemosus है, अपने बहुमुखी स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है, जैसे कि हार्मोन संतुलन, प्रजनन क्षमता में सुधार, और पाचन सहायता। शतावरी घृत का सेवन करने से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है, जैसे कि तनाव में कमी और बेहतर नींद की गुणवत्ता। इसके अतिरिक्त, यह महिलाओं के मासिक चक्र संबंधी विकारों में भी सहायक होता है और उन्हें अधिक संतुलित जीवन जीने में मदद करता है।
1.हार्मोनल संतुलन:
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शतावरी घृत में प्राकृतिक फाइटोएस्ट्रोजेन्स होते हैं जो महिलाओं के शरीर पर हार्मोनल संतुलन को सहायता करने में कार्य करते हैं। यह जड़ी बूटी अनुकूलकारी (adaptogenic) होती है और मासिक चक्र को नियमित करने और PMS तथा मेनोपॉज से जुड़े लक्षणों जैसे मूड में बदलाव, गर्मी का एहसास, और चिड़चिड़ापन में आराम दिला सकती है।
2. प्रजनन स्वास्थ्य:
शतावरी घृत के पोषक तत्व प्रजनन प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। यह अंडाणु को पोषण देने और फर्टिलिटी को बढ़ावा देने में मदद करता है, और साथ ही गर्भाशय को टोन करने और मजबूती प्रदान करता है जिससे महिलाओं को हैवी या दर्दनाक मासिक धर्म में भी आराम मिल सकता है।
3. दुग्ध उत्पादन:
नई माताओं के लिए यह हर्बल घी वरदान साबित हो सकता है, क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा बढ़ाने में माना जाता है। दुग्ध उत्पादन में वृद्धि से बच्चे के विकास और पोषण में सहायता मिलती है।
4. इम्युनिटी बूस्टर:
शतावरी घृत एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। नियमित सेवन से सामान्य बीमारियों का आवृत्ति कम हो सकती है।
5. पाचन स्वास्थ्य:
इस घी के शांत प्रभाव से पाचन तंत्र में सूजन कम हो सकती है, जिससे पाचन और पोषक तत्वों का अवशोषण सुधर सकता है। इसका पेट के अम्लों पर संतुलन प्रभाव होता है जिससे अम्लता या अल्सर जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं की घटनाएं कम हो सकती हैं।
6.तनाव से राहत:
आज की तेजी से चलने वाली दुनिया में तनाव एक सामान्य समस्या है, और शतावरी घृत इसका प्राकृतिक उपचार प्रदान कर सकता है। इसके अनुकूलनकारी गुण शारीरिक और भावनात्मक तनाव से निपटने में शरीर की सहायता करते हैं।
7. सामान्य ताकत:
शतावरी घृत एक टॉनिक है जो सामान्य जीवनीयता और ऊर्जा स्तरों में योगदान दे सकता है। यह ओजस को बढ़ावा देता है जो आयुर्वेद में जीवन को बनाए रखने वाला सार तत्व होता है, जो न केवल शारीरिक बल प्रदान करता है बल्कि मानसिक स्पष्टता और लचीलापन में भी सहायक होता है।