लिवर खराब होने के लक्षण और उपाय क्या क्या है
लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे विषैले पदार्थों को बाहर निकालना, पाचन में मदद करना, और ऊर्जा संग्रहीत करना। लेकिन अगर लिवर खराब हो जाता है, तो यह हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इस लेख में, हम लिवर खराब होने के लक्षण और उपाय के बारे में जानेंगे ताकि आप समय रहते सावधान हो सकें।
लिवर खराब होने के लक्षण
1. पीलिया (Jaundice)
पीलिया लिवर खराब होने का एक प्रमुख लक्षण है। इसमें त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला हो जाता है। यह लिवर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ने के कारण होता है। पीलिया का कारण यह है कि जब लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता, तो बिलीरुबिन का सही तरीके से बाहर निकलना नहीं हो पाता। इसके कारण यह शरीर में जमा हो जाता है और त्वचा और आंखों का रंग पीला हो जाता है। पीलिया का इलाज सही समय पर नहीं किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए इस लक्षण को हल्के में न लें।
2. थकान और कमजोरी
लिवर खराब होने से शरीर में ऊर्जा की कमी हो सकती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है। यह इसलिए होता है क्योंकि लिवर ग्लाइकोजन को ग्लूकोज में परिवर्तित करने में असमर्थ हो जाता है। लिवर की इस असमर्थता के कारण शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे व्यक्ति हमेशा थका और कमजोर महसूस करता है। अगर आपको बिना किसी भारी काम के बाद भी थकान और कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है और आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
3. पेट में सूजन और दर्द
लिवर खराब होने पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में सूजन और दर्द हो सकता है। यह लिवर की सूजन या लिवर सिरोसिस के कारण होता है। लिवर की सूजन होने पर पेट में भारीपन और दर्द महसूस होता है। इसके अलावा, लिवर सिरोसिस के कारण लिवर की कार्यक्षमता कम हो जाती है और लिवर कठोर हो जाता है, जिससे पेट में दर्द और असुविधा होती है। पेट में सूजन और दर्द का अनुभव होने पर इसे अनदेखा न करें और डॉक्टर से जांच करवाएं।
4. भूख में कमी और वजन घटना
लिवर खराब होने से भूख में कमी हो सकती है और इसका परिणाम वजन घटने के रूप में हो सकता है। यह लिवर की कार्यक्षमता में कमी के कारण होता है। लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता और पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जिससे भूख नहीं लगती और वजन कम होने लगता है। अगर आपको बिना किसी खास कारण के भूख नहीं लग रही है और आपका वजन तेजी से घट रहा है, तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है। समय पर चिकित्सीय परामर्श लेना आवश्यक है।
5. त्वचा पर खुजली
लिवर खराब होने के कारण बाइल साल्ट्स शरीर में जमा हो जाते हैं, जिससे त्वचा पर खुजली हो सकती है। यह स्थिति काफी असुविधाजनक हो सकती है और खुजली के कारण त्वचा पर घाव भी हो सकते हैं। बाइल साल्ट्स का जमाव लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है, जिससे त्वचा पर लगातार खुजली बनी रहती है। यदि आप लगातार खुजली महसूस कर रहे हैं और इसका कारण नहीं समझ पा रहे हैं, तो यह लिवर की खराबी का लक्षण हो सकता है और आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
6. मूत्र और मल का रंग बदलना
लिवर खराब होने पर मूत्र का रंग गहरा और मल का रंग हल्का हो सकता है। यह लिवर की खराबी के कारण बाइल की मात्रा में बदलाव के कारण होता है। जब लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता, तो बाइल पिगमेंट्स का सही तरीके से निस्तारण नहीं हो पाता, जिससे मूत्र गहरे रंग का और मल हल्के रंग का हो जाता है। अगर आपको मूत्र और मल के रंग में लगातार बदलाव दिख रहा है, तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है और आपको तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए।
लिवर खराब होने के उपाय
1. स्वस्थ आहार लें
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करें। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन को अपने आहार में शामिल करें। जंक फूड, तले-भुने खाद्य पदार्थ और अधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें। गाजर, चुकंदर, और पालक जैसे सब्जियों का सेवन बढ़ाएं, क्योंकि इनमें लिवर को डिटॉक्स करने वाले पोषक तत्व होते हैं। हरे पत्तेदार और फलियों में भी लिवर को मजबूत बनाने वाले तत्व होते हैं।
2. शराब से बचें
शराब लिवर के लिए बहुत हानिकारक होती है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शराब का सेवन कम करें या बिल्कुल बंद कर दें। शराब का अत्यधिक सेवन लिवर सिरोसिस और लिवर फेलियर का मुख्य कारण बन सकता है। शराब का सेवन लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है और इसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। इसलिए, अगर आप लिवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें।
3. नियमित व्यायाम करें
नियमित व्यायाम लिवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है। हर दिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें, जैसे चलना, दौड़ना, या योग करना। व्यायाम से न केवल वजन नियंत्रित रहता है, बल्कि यह शरीर के अन्य अंगों की तरह लिवर को भी मजबूत बनाता है। योग और प्राणायाम भी लिवर के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, क्योंकि ये शरीर में रक्त संचार को सुधारते हैं और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
4. वजन नियंत्रित रखें
अधिक वजन या मोटापा लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम का पालन करें। मोटापा लिवर में फैटी लिवर डिजीज का कारण बन सकता है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। अपने बीएमआई को नियंत्रित रखें और वजन घटाने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं।
5. हाइड्रेटेड रहें
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना लिवर की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है। हर दिन कम से कम 8 गिलास पानी पीएं। पानी लिवर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। इसके अलावा, हर्बल चाय और ताजे फलों के रस भी लिवर के लिए फायदेमंद होते हैं। पानी की कमी से लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है, इसलिए हमेशा हाइड्रेटेड रहें।
6. दवाओं का सावधानीपूर्वक सेवन करें
दवाओं का अधिक सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा ना लें और निर्धारित मात्रा का पालन करें। कुछ दवाओं का लंबे समय तक सेवन लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है। पेरासिटामोल और अन्य पेनकिलर्स का अत्यधिक सेवन लिवर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें और निर्धारित खुराक का ही पालन करें।
निष्कर्ष
लिवर खराब होने के लक्षणों को पहचानना और समय पर उचित उपाय करना बहुत जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, और नियमित व्यायाम से आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं। यदि आपको लिवर खराब होने के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और आवश्यक जांच करवाएं। लिवर की सेहत को नजरअंदाज न करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर अपने लिवर को मजबूत बनाएं।
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